डोरिया शफ़ीक़
मिस्र की कार्यकर्ता / From Wikipedia, the free encyclopedia
डोरिया शफ़ीक़ (14 दिसम्बर 1908 – 20 सितम्बर 1975) मिस्री नारीवादी, दार्शनिक, कवित्री, संपादक तथा मध्य 1940 के दशक में मिस्री नारी आंदोलन के प्रमुख अगुआओं में से एक थीं।[1] उनके प्रयासों का एक सीधा परिणाम के कारण से मिस्री संविधान द्वारा नारियों को अब वोट करने और मतदान देने का अधिकार दिया गया है - अर्थात उनके कार्यों से मिस्री नारियों को मताधिकार दिया गया।