रोमन संख्यांक
रोमन अंक या रोमन काउंट का प्रयोग प्राचीन रोम में किया जाता था / From Wikipedia, the free encyclopedia
रोमन संख्यांक द्वारा दर्शायी गयी संख्यांक पद्धत्ति का प्राचीन रोम में उद्गम हुआ और भली भांति उत्तर मध्य युग में पूर्ण यूरोप में संख्याओं को लिखना का सामान्य तरीका बना रहा।
रोमन अंक प्राचीन रोम की संख्या प्रणाली है, जिसमें लातिनी भाषा के अक्षरों को जोड़कर संख्याएँ लिखी जाती थीं। पहले दस रोमन अंक इस प्रकार हैं -
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संख्या | रोमन अंक | टिपण्णी |
---|---|---|
१ | I | |
२ | II | |
३ | III | |
४ | IV | 'V' का मतलब पाँच (५) होता है - इसकी बाएँ तरफ़ 'I' (यानि १) लिखने का मतलब है के वह संख्या घटाई जा रही है और ५-१ = ४ होता है |
५ | V | |
६ | VI | 'V' का मतलब पाँच (५) होता है - इसकी दाएँ तरफ़ 'I' (यानि १) लिखने का मतलब है के वह संख्या बढ़ाई जा रही है और ५+१ = ६ होता है |
७ | VII | इसे ऐसे समझ सकते हैं के ५ ('V') में २ ('II') जोड़ा जा रहा है, जिस से ७ बनता है |
८ | VIII | |
९ | IX | 'X' का मतलब दस (१०) होता है - इसकी बाएँ तरफ़ 'I' (यानि १) लिखने का मतलब है के वह संख्या घटाई जा रही है और १०-१ = ९ होता है |
१० | X |
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