आकाश प्रक्षेपास्त्र
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आकाश प्रक्षेपास्त्र भारत द्वारा स्वदेशीय निर्मित, माध्यम दूर की सतह से हवा में मार करने वाली प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है। इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है।[3][4][5] मिसाइल प्रणाली विमान को 30 किमी दूर व 18,000 मीटर ऊंचाई तक टारगेट कर सकती है।[6] इसमें लड़ाकू जेट विमानों, क्रूज मिसाइलों और हवा से सतह वाली मिसाइलों के साथ-साथ बैलिस्टिक मिसाइलों जैसे हवाई लक्ष्यों को बेअसर करने की क्षमता है।[7][8][9][10] यह भारतीय थल सेना और भारतीय वायु सेना के साथ परिचालन सेवा में है।
आकाश | |
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आकाश मिसाइल का परीक्षण एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर), चांदीपुर, ओडिशा | |
प्रकार | गतिशील सतह से हवा में मिसाइल प्रणाली |
उत्पत्ति का मूल स्थान | भारत |
सेवा इतिहास | |
सेवा में | 2009-वर्तमान |
द्वारा प्रयोग किया | भारतीय थल सेना भारतीय वायु सेना |
उत्पादन इतिहास | |
डिज़ाइनर | डीआरडीओ |
निर्माता | आयुध कारखाना बोर्ड भारत डायनेमिक्स भारत इलेक्ट्रॉनिक्स |
उत्पादन तिथि | 2009-वर्तमान |
निर्माणित संख्या | 3000 मिसाइले[1] |
निर्दिष्टीकरण | |
वजन | 720 कि॰ग्राम (1,590 पौंड) |
लंबाई | 578 से॰मी॰ (228 इंच) |
व्यास | 35 से॰मी॰ (14 इंच) |
वारहेड | उच्च विस्फोटक, पूर्व खंडित बम |
वारहेड वजन | 60 कि॰ग्राम (130 पौंड) |
विस्फोट तंत्र | आरएफ निकटता फ्यूज |
फेंकने योग्य | अभिन्न रॉकेट मोटर/रैमजेट बूस्टर और स्थिर मोटर |
परिचालन सीमा | 30 कि॰मी॰ (19 मील)[2] |
उड़ान छत | 18 कि॰मी॰ (59,000 फीट) |
गति | मैक 2.5[2] |
मार्गदर्शन प्रणाली | कमान मार्गदर्शन |
आकाश की एक बैटरी में एक एकल राजेंद्र 3डी निष्क्रिय इलेक्ट्रॉनिक स्कैन सरणी (ऐरे) रडार और तीन-तीन मिसाइलों के साथ चार लांचर हैं, जो सभी एक दूसरे से जुड़े हैं। प्रत्येक बैटरी 64 लक्ष्यों तक को ट्रैक कर सकती है और उनमें से 12 तक पर हमला कर सकती है। मिसाइल में एक 60 किग्रा उच्च विस्फोटक, पूर्व-खंडित हथियार है जो निकटता (प्रोक्सिमिटी) फ्यूज के साथ है। आकाश प्रणाली पूरी तरह से गतिशील है और वाहनों के चलते काफिले की रक्षा करने में सक्षम है। लांच प्लेटफार्म को दोनों पहियों और ट्रैक वाहनों के साथ एकीकृत किया गया है जबकि आकाश सिस्टम को मुख्य रूप से एक हवाई रक्षा (सतह से हवा) के रूप में बनाया गया है। इसे मिसाइल रक्षा भूमिका में भी टेस्ट किया गया है। प्रणाली 2,000 किमी² के क्षेत्र के लिए हवाई रक्षा मिसाइल कवरेज प्रदान करती है। रडार सिस्टम (डब्ल्यूएलआर और निगरानी) सहित आकाश मिसाइल के लिए भारतीय सेना का संयुक्त ऑडर कुल 23,300 करोड़ (यूएस$4 बिलियन) के मूल्य का है।[11][12][13]