मस्जिद अल-हरम
सऊदी अरब के मक्का में स्थित इस्लाम की सबसे पवित्र मस्जिद / From Wikipedia, the free encyclopedia
मस्जिद अल-हराम या मस्जिद अल-हरम (अरबी: المسجد الحرام, अंग्रेज़ी: Masjid Al-Haram) इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल, काबा, को पूरी तरह से घेरने वाली एक मस्जिद है। यह सउदी अरब के मक्का शहर में स्थित है और दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद है। दुनिया भर के मुस्लिम नमाज़ पढ़ते हुए काबे की तरफ़ मुख करते हैं और हर मुस्लिम पर अनिवार्य है कि, अगर वह इसका ज़रिया रखता हो, तो जीवन में कम-से कम एक बार यहाँ हज पर आये और काबा की तवाफ़ (परिक्रमा) करे।
सामान्य तथ्य अल-मस्जिद अल-हरम पवित्र मस्जिद, स्थान ...
अल-मस्जिद अल-हरम पवित्र मस्जिद | |
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निर्देशांक: 21.422°N 39.826°E / 21.422; 39.826 | |
स्थान | मक्का, सउदी अरब |
स्थापित | अब्राहम के काल में |
शाखा/परंपरा | इस्लाम |
प्रशासन | सउदी अरब की सरकार |
नेतृत्व | इमाम: अब्दुल रहमान अल-सुदैस साउद अल-शुरैम माहेर अल-मुएअक़्ली |
वास्तु संबंधित सूचनायें | |
क्षमता | ९,००,००० लोग (हज के दौरान ४०,००,०००) |
मीनारें | ९ |
मीनारों की ऊँचाई | ८९ मीटर (२९२ फ़ुट) |
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जालस्थल: पवित्र मस्जिद व नबी की मस्जिद के मामलों की सामान्य अध्यक्षता |
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अगर अन्दर-बाहर की नमाज़ पढ़ने की पूरी जगह को देखा जाए तो मस्जिद के वर्तमान ढांचे का क्षेत्रफल ३,५६,८०० मीटर२ है (यानि ८८.२ एकड़)। इसमें हज के दौरान ४० लाख लोग आ सकते हैं, जो मनुष्यों का सबसे बड़ा वार्षिक जमावड़ा है (कुम्भ का सम्मलेन इस से बड़ा होता है लेकिन वह वार्षिक नहीं है)।[1]