माचागोरा बांध (पेंच व्यपवर्तन परियोजना)
From Wikipedia, the free encyclopedia
माचागोरा बांध या पेंच व्यपवर्तन परियोजना मध्य प्रदेश के छिन्दवाड़ा जिले के चौरई विधानसभा क्षेत्र के ग्राम माचागोरा के समीप निर्मित की गई है। यह परियोजना छिन्दवाड़ा ओर सिवनी जिले की अतिमहत्वकांक्षी परियोजना हैं। पेंच नदी जो कि कन्हान नदी की सहायक नदी है, पर यह बाँध बनाया गया है। इस बांध में 8 हाइड्रालिक गेट हैं। बांध की कुल भराव क्षमता 625.75 FRL मीटर है। इस परियोजना के अंतर्गत 2544.57 करोड रूपये की लागत की परियोजना से अभी तक 1962.42 करोड़ रूपये की राशि व्यय कर पेंच नदी पर 6160 मीटर लंबाई और 42 मीटर उँचाई का मिट्टी बांध तथा 360 मीटर लंबाई में पक्के बांध इस प्रकार कुल 6.52 किलोमीटर लम्बे बांध का निर्माण हुआ हैै। परियोजना के पूर्ण होने पर छिन्दवाड़ा जिले के 164 ग्रामों एवं सिवनी जिले के 152 ग्रामों में 114882 हेक्टेयर वार्षिक सिंचाई हो सकेगी, जिसमें से रबी का 85000 हेक्टेयर और खरीफ का 29882 हेक्टेयर कुल 1,14882 हेक्टेयर क्षेत्र के कृषक सिंचाई कर सकेंगे।
माचागोरा बांध | |
---|---|
आधिकारिक नाम | Pench Diversion Project |
स्थान | माचागोरा चौरई छिंदवाड़ा जिला, मध्य प्रदेश |
निर्देशांक | 22°7′10″N 79°10′25″E |
निर्माण आरम्भ | 1988 |
आरम्भ तिथि | 2017 |
संचालक | जल संसाधन विभाग, कार्यालय कार्यपालन यंत्री पेंच व्यपवर्तन परियोजना बांध संभाग क्र.1 डिवीजन ऑफिस चौरई (सिंगना) छिंदवाड़ा जिला मध्य प्रदेश |
बाँध एवं उत्प्लव मार्ग | |
घेराव | पेंच नदी |
~ऊँचाई | 42 मीटर |
ऊँचाई (आधार) | 44.50 मी॰ (146.0 फीट) |
लम्बाई | 6,330 मी॰ (20,770 फीट) |
उत्प्लव मार्ग क्षमता | 12,411 m3/s (438,300 घन फुट/सेकंड) |
जलाशय | |
कुल क्षमता | 577.86 मी3 (20,407 घन फुट) |
सक्रिय क्षमता | 421.26 मी3 (14,877 घन फुट) |
जलग्रह क्षेत्र | 1,754.73 कि॰मी2 (1.88878×1010 वर्ग फुट) |
सतह क्षेत्रफ़ल | 59.52 कि॰मी2 (640,700,000 वर्ग फुट) |
अधिकतम लम्बाई | 6.52 कि॰मी॰ (4.05 मील) |
सामान्य ऊंचाई | पानी भराव क्षमता FRL 625.75 मी॰ (2,053.0 फीट) |
परियोजना का कुल जलग्रहण क्षेत्र 1754.73 वर्ग कि.मी. है। परियोजना में 577.86 मिलियन घन मीटर जल संग्रहित किया जावेगा, जिसमें उपयोगी जल की मात्रा 421.26 मिलियन घनमीटर एवं अनुपयोगी जल की मात्रा 156.60 मिलियन घनमीटर है। परियोजना के अंतर्गत 360 मीटर लंबे पक्के बांध का निर्माण प्रगति पर है, जिसके अंतर्गत 140 मीटर ओवर फ्लो सेक्शन एवं इसके दोनो ओर 110-110 मीटर के नॉन ओवर फ्लो सेक्शन बनाये गये हैं। स्पिल-वे से बाढ़ निकासी के लिये 140 मीटर लंबे ओवर फ्लो सेक्शन में 14000×16265mm के 8 रेडियल गेट बनाये गये है, जिनसे 12411 क्यूमेक्स पानी की निकासी होगी। परियोजना के अंतर्गत 5970 मीटर लंबे एवं 42 मीटर ऊँचे बांध का निर्माण किया गया है।
जिला प्रशासन द्वारा इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पूर्ण कराने तथा रहवासियों के पुनर्वास, रोजगार और उनकी अन्य समस्याओं के साथ-साथ माईक्रो इरीग्रेशन के अंतर्गत हर खेत में पानी उपलब्ध कराने का सतत् प्रयास किया जा रहा हैं। पानी की कमी से जहां कभी खेत खाली पडे रहते थे, वहीं माईक्रो इरीग्रेशन से आसपास के किसानों के खेत फसलो से लहलहा रहे है। इससे किसानों की आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ गई हैं।
छिंदवाड़ा एवं सिवनी जिले में सिंचाई उपलब्ध कराने हेतु 20.07 किलोमीटर लम्बी बायीं तट मुख्य नहर तथा 30.20 किलोमीटर लम्बी दांयी तट मुख्य नहर सहित 605.045 किलोमीटर की नहर प्रणाली तथा माइक्रो इरिगेशन प्रणाली का निर्माण प्रगति पर है, जिससे कुल 114882 हेक्टेयर सिंचाई होगी,योजना से छिंदवाड़ा जिले के 164 ग्राम तथा सिवनी जिले के 152 ग्राम इस प्रकार कुल 316 ग्राम लाभान्वित होगें।
जिले की पेंच व्यपवर्तन परियोजना एक बहुउद्देशीय योजना है जिसमें माचागोरा बांध के बनने से जिले में कृषि, सिंचाई, मत्स्य उत्पादन के साथ जहां पर्यटन को बढ़ावा मिला है, वही लोगों की आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ने लगी हैं। बांध के निर्मित होने से जलाशय के जल भराव का उपयोग जहां सिंचाई, औद्योगिक क्षेत्र, पेयजल, मत्स्य उत्पादन आदि के लिये किया जा सकेगा, वहीं निचले क्षेत्रों में वॉटर लेवल भी बढेगा। इसमें जहां रबी और खरीफ में 1,14,882 हेक्टर फसलों में वार्षिक सिंचाई सुविधा मिल सकेगी।