मोहम्मद अली रजाई
ईरान के दूसरे राष्ट्रपति / From Wikipedia, the free encyclopedia
मुहम्मद अली रजाई (फ़ारसी: محمدعلی رجایی; जन्म: १५ जून १९३३; देहांत: ३० अगस्त १९८१) ईरान के दूसरे राष्ट्रपति थे जिन्होनें २ से ३० अगस्त तक राष्ट्रपति के ओहदे पर काम किया। इस से पहले वे अबोल-हसन बनि-सद्र के नीचे प्रधान मंत्री रह चुके थे। ३० अगस्त १९८१ को उनपर एक जानलेवा हमला हुआ जिसमें वे और उनके प्रधान मंत्री मुहम्मद-जवाद बाहोनर दोनों मारे गए। जून १९८१ में बनिसद्र को राष्ट्रपति-पद से बेदख़ल कर दिया गया था जिस से देशभर में रोष फैला। इस माहौल में मोजाहेदीन-ए-ख़ल्क़ नामक संगठन (जो ईरान की वर्तमान इस्लामी सरकार को हटाकर मार्क्सवाद लाना चाहता है) ने अपने हज़ारों समर्थकों के साथ एक विद्रोह आयोजित किया। कम-से-कम १०० राजनैतिक नेता इस विद्रोह में मारे गए, जिनमें रजाई शामिल थे।[1]