शरीफा
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शरीफ़ा या सीताफल (कस्टर्ड ऐपल) एक प्रकार का फल है। इसका वानस्पतिक नाम अन्नोना स्क्वामोसा है। नंदेली गांव में इसको कठेर के नाम से जाना जाता है। यह पेड़ बहुत पहले अन्य देशों से लाया गया था बाद में इसकी खेती अब पूरे भारत में की जाती है और दक्षिण भारत में अपने आप भी उग आता है इसका पेड़ छोटा और तना साफ और छाल हल्के नीले रंग की होती है। इसे सीताफल कहा जाता है क्योंकि वनवास के दौरान भगवान राम को सीता मां ने यह फल उपहार स्वरूप प्रदान किय था इसका नाम तभी से सीताफल रख दिया गया और इसे शरीफा के नाम से भी जाना जाता है। सीताफल एक बहुत ही मीठा फल होता है तथा इसे शुगर के मरीज को नहीं खाना चाहिए। सीताफल की तासीर ठंडी होती है। इसमें कैल्शिम और फाइबर जैसे न्यूट्रिएंट्स की मात्रा अधिक होती है जो आर्थराइटिस और कब्ज जैसी हेल्थ प्रॉब्लम से बचाने में मदद करता है। साथ ही इसके पेड़ की छाल में टैनिन होता है जिसका इस्तेमाल दवाइयां बनाने में होता है। इस पेड़ के पत्तों से कैंसर और ट्यूमर जैसी बीमारियों का इलाज किया जाता है। सीताफल ज्यादा उपयोग करने से यह मोटापे को बढ़ावा देता है सीताफल को सर्दी जुखाम में नहीं खाना चाहिए तथा इसे सुबह सुबह खाली पेट नहीं सेवन करना चाहिए सीताफल की तासीर ठंडी होने के कारण यह शरीर में सर्दी जुखाम को बढ़ावा देता है। तथा इसी पुराने समय में इसके बीजों को निकालकर और पीसकर इनकी बीजों को सर पर लगाया जाता था तथा जिससे सर के जुएं मर जाते हैं।