सिग्मा आबन्ध
जब किसी रासायनिक यौगिक में दो या अधिक तत्त्व के परमाणु एक एक इलेक्ट्रान का साझा कर रासायनिक बंध क / From Wikipedia, the free encyclopedia
सिग्माबन्ध (σ आबन्ध) एक प्रकार का सहसंयोजकाबन्ध है जिसमें पारमाण्विक कक्षकों के अन्तर्नाभिकीय अक्ष पर मुखाभिमुख अतिव्यापन या अक्षीय अतिव्यापन होता है। इस प्रकार का आबन्ध, परमाणु कक्षकों के निम्नोक्त में से किसी एक प्रकार के संयोजन द्वारा प्राप्ति हो सकते हैं:
- s-s अतिव्यापन: इस प्रकार के संयोजन में दो अर्धभृत s कक्षक अन्तर्नाभिकीय अक्ष पर अतिव्यापन करते हैं।
- s-p अतिव्यापन- इस प्रकार का अतिव्यापन एक परमाणु की अर्धभृत s कक्षक तथा दूसरे परमाणु का अर्धभृत p कक्षक के मध्य होता है।
- p-p अतिव्यापन- इस प्रकार का अतिव्यापन दो परमाणुओं के अर्धभृत p-कक्षकों के मध्य होता है।
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (फ़रवरी 2021) स्रोत खोजें: "सिग्मा आबन्ध" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |