जीव विज्ञान
From Wikipedia, the free encyclopedia
जीव विज्ञान या जैविकी जीवन का वैज्ञानिक अध्ययन है। यह व्यापक दायरे वाला एक प्राकृतिक विज्ञान है, परन्तु इसमें कई एकीकृत विषय हैं जो इसे एक एकल, सुसंगत क्षेत्र के रूप में एक साथ बांधते हैं। उदाहरणार्थ, सभी जीव कोशिकाओं से बने होते हैं जो जीन में कूटलिखित वंशानुगत तथ्य को संसाधित करते हैं, जिसे भविष्य की पीढ़ियों को प्रेषित किया जा सकता है। एक अन्य प्रमुख विषय विकासवाद है, जो जीवन की ऐक्य और वैविध्य की व्याख्या करता है। ऊर्जा प्रसंस्करण भी जीवन हेतु महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह जीवों को स्थानान्तरित करने, बढ़ने और पुनरुत्पादन करने की अनुमति देता है। अन्ततः, सभी जीव अपने स्वयं के आन्तरिक वातावरण को विनियमित करने में सक्षम होते हैं। (समस्थापन)
जीववैज्ञानिक संगठन के कई स्तरों पर जीवन का अध्ययन करने में सक्षम हैं, एक कोशिका के अणुजैविकी से लेकर पादप और प्राणियों की शारीरिकी और शरीर विज्ञान और जनसंख्या के विकास तक। इसलिए, जैविकी के भीतर कई उपविषय हैं, प्रत्येक को उनके शोध प्रश्नों की प्रकृति और उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले उपकरणों द्वारा परिभाषित किया गया है। अन्य वैज्ञानिकों की तरह, जीववैज्ञानिक अपने निकटवर्ती संसार के बारे में अवलोकन करने, प्रश्न पूछने, परिकल्पना उत्पन्न करने, प्रयोग करने और निष्कर्ष निकालने हेतु वैज्ञानिक विधि का प्रयोग करते हैं।
पृथ्वी पर जीवन, जो 3.7 अरब वर्ष से भी पूर्व उभरा, अत्यधिक वैविध्यपूर्ण है। जीववैज्ञानिकों ने जीवन के विभिन्न रूपों का अध्ययन और वर्गीकरण करने की मांग की है, प्राक्केन्द्रकी जीव जैसे कि प्राच्य और जीवाणु से लेकर सुकेन्द्रक जीवों जैसे प्रजीव, कवक, पौधों और प्राणियों तक। ये विभिन्न जीव एक पारितन्त्र की जैव वैविध्य में योगदान करते हैं, जहाँ वे अपने जैवभौतिक वातावरण के माध्यम से पोषक तत्वों और ऊर्जा के चक्रण में विशेष भूमिका निभाते हैं।