भारतीय जनसंघ
यह भारत का एक राजनैतिक दल है। / From Wikipedia, the free encyclopedia
अखिल भारतीय जनसंघ भारत का एक पुराना राजनैतिक दल है, पहले इसका नाम भारतीय जनसंघ था। इस दल का स्थापना २१ अक्टूबर १९५१ को दिल्ली में की गयी थी। इसके तीन संस्थापक सदस्य थे- श्यामा प्रसाद मुखर्जी, प्रोफेसर बलराज मधोक और दीनदयाल उपाध्याय। इस पार्टी का चुनाव चिह्न दीपक था। इसने १९५२ के संसदीय चुनाव में ३ सीटें प्राप्त की थी जिसमे डाक्टर मुखर्जी स्वयं भी शामिल थे।
अखिल भारतीय जनसंघ | |
---|---|
गठन | २१ अक्टूबर १९५१[1] |
विचारधारा |
हिन्दू राष्ट्रवाद[2] हिन्दुत्व[3] एकात्म मानववाद[4] राष्ट्रीय संरक्षणवाद[5] आर्थिक राष्ट्रवाद[6] |
रंग | भगवा रंग (केसरिया) |
भारत की राजनीति राजनैतिक दल चुनाव |
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लागू आपातकाल (१९७५-१९७६) के बाद जनसंघ सहित भारत के प्रमुख राजनैतिक दलों का विलय कर के एक नए दल जनता पार्टी का गठन किया गया। आपातकाल से पहले बिहार विधानसभा के भारतीय जनसंघ के विधायक दल के नेता लालमुनि चौबे ने जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बिहार विधानसभा से अपना त्यागपत्र दे दिया।
सन १९८० में जनता पार्टी टूट गयी। भारतीय जनसंघ के एक गुट ने अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में जनसंघ से अलग होकर समाजवादी और गांधीवादी विचारधारा के नेताओं के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी का गठन किया। उसके बाद भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य प्रोफेसर बलराज मधोक ने अखिल भारतीय जनसंघ को चुनाव आयोग से पंजीकरण कराकर भारतीय जनसंघ को बनाए रखा। प्रोफेसर बलराज मधोक २०१६ तक अखिल भारतीय जनसंंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर रहे। उनकी मृत्यु के पश्चात अखिल भारतीय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. आचार्य भारतभूषण पाण्डेय हैं।
अखिल भारतीय जनसंघ की कथित विचारधारा "एकात्म मानववाद" सर्वप्रथम १९६५ में दीनदयाल उपाध्याय ने दी थी।