तबलीग़ी जमात
From Wikipedia, the free encyclopedia
तबलीगी जमात (Urdu: تبلیغی جماعت, Tablīghī Jamā‘at; Arabic: جماعة التبليغ, Jamā‘at at-Tablīgh; Bengali: তাবলীগ জামাত;) विश्व की सतह पर सुन्नी इस्लामी धर्म प्रचार आंदोलन है, जो मुसलमानों को मूल इस्लामी पद्दतियों की तरफ़ बुलाता है। [5][6] खास तौर पर धार्मिक तरीके, वेशाभूश, वैयक्तिक गति विधियां। [7]तब्लीगी जमात का जन्म १९२६-२७ के दौरान भारत में हुआ था। मौलाना मुहम्मद इलियास ने इस काम की नींव रखी। परंपराओं के अनुसार, मौलाना मुहम्मद इलियास ने लोगों को धार्मिक शिक्षा देकर दिल्ली से सटे मेवात में अपना काम शुरू किया।[8] माना जाता है कि इस चिन्तन वाले लोगों की संख्या बारह [9] और 150 मिलियन है।[3] (दक्षिण एशिया में इनकी संख्या अधिक है[10]), और 150[9] से 195 देशों में हैं।[3]
यह लेख अथवा भाग हाल की घटनाओं की ओर झुका हुआ है। कृपया नई घटनाओं को ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में रखें। (अप्रैल 2020) |
तबलीग़ी जमात تبلیغی جماعت | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
2009 तबलीग़ी जमात का मलेशियाई वार्षिक समागम सेपांग सेलांगोर, मलेशिया | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
आदर्श वाक्य/ध्येय: | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
कुल अनुयायी | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
संस्थापक | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
उल्लेखनीय प्रभाव के क्षेत्र | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
धर्म | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
सुन्नी देवबन्दी इस्लाम | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पाठ्य | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
कुरान, हदीस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भाषाएं | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
मरणोत्तर: अरबी बंग्लादेश में: बंगाली भारत और पाकिस्तान में: उर्दू प्रवासी भारतीयों में:यूनाइटेड किंगडम में: क्षेत्रीय भाषाएं |
इस आंदोलन को 1927 में मुहम्मद इलियास अल-कांधलवी ने भारत में शुरू किया था। [11][12] इस का मूल उद्देश्य आध्यात्मिक इस्लाम को मुसलमानों तक पहुंचाना और फैलाना। [3][13] इस जमाअत के मुख्य उद्देश्य "छ: उसूल" (कलिमा, नमाज़, इल्म, इक्राम-ए-मुस्लिम, इख्लास-ए-निय्यत, दावत-ओ-तबलीग) हैं। यह एक धर्म प्रचार आंदोलन माना गया।